ब्रेकिंग न्यूज़: उत्तर भारत में भीषण भूकंप, बचाव कार्य जारी
आज सुबह उत्तर भारत में रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित कई राज्यों में व्यापक तबाही हुई। करीब 90 सेकंड तक चले भूकंप के झटके नई दिल्ली, पंजाब और यहां तक कि नेपाल के काठमांडू तक महसूस किए गए, जिससे निवासियों में दहशत फैल गई।
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भूकंप का केंद्र और समय:
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, भूकंप उत्तराखंड के देहरादून के पास 10 किलोमीटर की गहराई पर आया।
सुबह 11:35 बजे भूकंप आया, जिसके बाद क्षेत्र में लगातार झटके महसूस किए जा रहे हैं।
हताहतों की संख्या और क्षति:
वर्तमान रिपोर्ट: 350 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि हज़ारों लोग घायल हुए हैं। दूरदराज के इलाकों तक पहुँच न होने के कारण संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
बुनियादी ढाँचा ढह गया: कई ऊँची इमारतें, पुल और सड़कें नष्ट हो गईं। उत्तराखंड के ऐतिहासिक मंदिरों को भारी नुकसान पहुँचा है।
पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ, जिससे गाँवों का संपर्क टूट गया और राजमार्ग अवरुद्ध हो गए।
बचाव अभियान:
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने भारतीय सेना और वायुसेना के साथ मिलकर खोज और बचाव अभियान के लिए "ऑपरेशन सहायता" शुरू किया है।
फंसे हुए लोगों को निकालने और चिकित्सा आपूर्ति पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और पड़ोसी देशों से अंतरराष्ट्रीय सहायता के प्रस्ताव आ रहे हैं।
प्रभावित क्षेत्र:
सबसे अधिक प्रभावित जिले: रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़।
अस्पतालों में भीड़भाड़; आपातकालीन सेवाएँ चौबीसों घंटे चल रही हैं।
दूरदराज के इलाकों में बिजली गुल होने और संचार व्यवस्था ठप होने की खबरें हैं।
अधिकारियों के बयान:
पीएमओ इंडिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "लोगों की जान जाने से बहुत दुखी हूं। हम उत्तराखंड के साथ खड़े हैं। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।"
एनडीआरएफ प्रमुख: "यह दशकों में सबसे भयानक भूकंपों में से एक है। हमारा ध्यान लोगों की जान बचाने पर है।"
जनता की प्रतिक्रिया:
सोशल मीडिया पर #PrayForUttarakhand की बाढ़ आ गई; नागरिक स्वेच्छा से रक्तदान और अन्य सामग्री दान कर रहे हैं।
एयरलाइंस प्रभावित क्षेत्रों के लिए निःशुल्क टिकट रद्दीकरण/पुनर्निर्धारण की पेशकश कर रही हैं।
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यह क्यों मायने रखता है:
यह क्षेत्र भूकंपीय क्षेत्र V (उच्च जोखिम) में आता है, लेकिन विशेषज्ञों का तर्क है कि बुनियादी ढांचे की तैयारी अपर्याप्त थी। पहाड़ी राज्यों में ढीले भवन कोड के बारे में सवाल उठाए गए।
लाइव अपडेट (अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण):
3:00 PM IST: IMD ने 5 से अधिक तीव्रता के संभावित आफ्टरशॉक की चेतावनी दी।
4:15 PM IST: सुरक्षा जांच के बाद दिल्ली मेट्रो सेवाएं फिर से शुरू हुईं।
5:30 PM IST: जापान और स्विटजरलैंड से अंतर्राष्ट्रीय बचाव दल रवाना हुए।
आगे की अपडेट के लिए देखते रहें। अधिकारियों ने नागरिकों से अफवाहों से बचने और आधिकारिक चैनलों (@NDRFHQ, @PMOIndia) का पालन करने का आग्रह किया है।
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Reported by [short07/News Organization], Ground Zero, Dehradun.
Note: This is a developing story. Details may change as new information emerges.